भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 12 अगस्त को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, शार, श्रीहरिकोटा से एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (Earth Observation Satellite) लॉन्च करेगा। इसका प्रक्षेपण सुबह 5.43 बजे निर्धारित किया गया है। EOS-03 नामक इस उपग्रह को GSLV, GSLV-F10 की 14वीं उड़ान में बोर्ड पर ले जाया जाएगा, और उपग्रह को भू-तुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा में स्थापित किया जायेगा। इसरो ने कहा कि उपग्रह अपनी ऑनबोर्ड प्रणोदन (Propulsion) प्रणाली का उपयोग करके अंतिम भूस्थिर कक्षा में पहुंच जाएगा।
आगे इसरो ने कहा कि GSLV की इस उड़ान में पहली बार 4 मीटर डायमीटर वाले ओगिव के आकार (Ogive-shaped) का पेलोड फेयरिंग उड़ाया जा रहा है।
EOS-03 एक अत्याधुनिक उपग्रह है जो प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ और चक्रवात, जल निकायों की निगरानी, फसलों, वनस्पति की स्थिति, वन आवरण परिवर्तन की वास्तविक समय की निगरानी करने में सक्षम होगा। अंतरिक्ष विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने हाल ही में राज्यसभा को बताया था कि EOS-03 हर दिन पूरे देश की चार से पांच बार इमेजिंग करने में सक्षम होगा।
2021 में ISRO का यह दूसरा प्रक्षेपण होगा। COVID-19 प्रतिबंधों के चलते ISRO का भी काफी काम प्रभावित हुआ है नहीं तो अब तक हम अंतरिक्ष में और भी ज्यादा मजबूत स्थिति में होते। इस साल फरवरी में, अंतरिक्ष एजेंसी ने PSLV C-51 पर 18 अन्य सह-यात्री उपग्रहों के साथ ब्राजील के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह Amazonia-1 को लॉन्च किया था।