AshishUrmaliya || Pratinidhi Manthan
एकभारतीय हैकर ने फेसबुक एप की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया और इसी बात के चलते कंपनीने उसे 33 अरब डॉलर यानी करीब 23 लाख रूपए का ईनाम दिया है। और अब पकड़ी गई खामियोंको ठीक भी कर लिया है।
गूगल ने भी दिया है ईनाम-
आजकलभारत के एथिकल हैकर्स दुनियाभर में अपना और देश का नाम रौशन कर रहे हैं। ऐसे ही एकऔर भारतीय हैकर राहुल कंक्राले ने फेसबुक की बड़ी खामी को उजागर किया है। बता दें, राहुलसिरडी के साईं बाबा वाली सिरडी के रहने वाले हैं जो महाराष्ट्र में पड़ता है और इन्होंनेकंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया हुआ है।
इसीके चलते फेसबुक ने बाउंटी प्रोग्राम के तहत इन्हें यह ईनाम दिया है। इतना ही नहीं राहुलकी कुशलता से प्रभावित होकर गूगल ने भी उन्हें ईनाम से सम्मानित किया है। राहुल जबआजतक से बात कर रहे थे तब उन्होंने बताया कि फेसबुक की इस खामी की वजह से फेसबुक केकरोड़ों यूजर्स प्रभावित हो सकते थे।
खामी क्या थी, ये भी जान लीजिये-
खामीये थी, कि अगर आपके पास फेसबुक है और कोई शख्स आपको व्हाट्सएप या अन्य किसी मैसेंजरके जरिये एक लिंक भेजता है और आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं, तो वह शख्स बिना आपकोभनक लगे फ्रंट कैमरे से आपके यहां जो भी दिखेगा सब कुछ देख सकता है। इस बात की भनकआपको तो लगेगी ही नहीं, इसके साथ ही फेसबुक को भी नहीं लगेगी। क्योंकि यह काम बिनामैसेंजर के इंटरेक्शन के हो रहा होता है।
इसीखामी के चलते राहुल ने फेसबुक एप के लिए एंड्राइड परमिशन को बाईपास कर लिया था। आमतौरपर एप्लीकेशन को कुछ डिफ़ॉल्ट परमिशन सिस्टम के साथ डिज़ाइन किया जाता है ताकि थर्ड पार्टीएप के फंक्शन को परमिशन एक्सेस रेस्ट्रिक्ट किया जा सके। राहुल ने यह साबित करके दिखाया,कि फेसबुक के मुख्य एप में परमिशन को लेकर कुछ खामियां थीं, जिनके चलते वे किसी फेसबुकयूजर के साथ बिना उसकी अनुमति के वीडियो कालिंग कर सकते हैं।
अबसभी को समझ आ रहा होगा, कि इस तरह की खामी किसी भी यूजर के लिए कितनी खतरनाक साबितहो सकती थी। यही बात फेसबुक और गूगल को भी समझ आई और उन्होंने राहुल को पुरुस्कृत किया।
विदितहो, कि एंड्राइड को इस तरह डिज़ाइन किया जाता है, कि आप दूसरे परमिटेड एप के साथ इंटरएप कम्युनिकेशन कर सकते हैं। इसे इंटर प्रोसेस कम्युनिकेशन के नाम से भी जाना जाताहै। ठीक इसी तरह का मैकेनिज्म एंड्रॉइड फ़ोन पर चलने वाले फेसबुक एप और एफबी मैसेंजरके बीच भी होता है।