ओलंपिक गेम्स में नीरज चोपड़ा के गोल्ड के बाद, पैरालिंपिक में भी भाला फेंकने वाले एथलीट्स की बादशाहत बरकरार है। भारत के देवेंद्र झजारिया और सुंदर सिंह गुर्जर ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक हासिल किया है।
आज का सवेरा भारत के लिए कुछ ऐसा रहा...
भारत के लिए पहले निशानेबाजी में स्वर्ण, फिर डिस्कस थ्रो में रजत और अब भाला फेंक में दो पदक। भारत की पदक तालिका 'सात पदक' हो गई है। भारत ने आज सुबह 4 पदक जीते हैं जो 2016 में रियो पैरालंपिक खेलों में उनके पूरे रिकॉर्ड से अधिक है।
नीचे आप भारत के दोनों पदक विजेताओं को श्रीलंका के स्वर्ण पदक जीतने वाले दिनेश प्रियन के साथ जश्न मनाते हुए देख सकते हैं। इस प्रकार, यह एक अखिल एशियाई फाइनल था जिसमें श्रीलंका ने स्वर्ण और भारत ने रजत और कांस्य जीता।
झजरिया ने 64.35 मीटर के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत जबकि सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.01 मीटर लंबे थ्रो के साथ रजत पदक हासिल किया। इन दोनों को श्रीलंकाई एथलीट ने 67.79 मीटर थ्रो के साथ पीछे छोड़ दिया और गोल्ड पर कब्ज़ा कर लिया।
नीचे दिखाई गई CricketMAN2 की ट्विटर पोस्ट के ज़रिए आप सभी विजेता खिलाडियों और प्राप्त किए मेडल्स की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
भारत ने पिछले 24 घंटों में सात पदक जीते हैं! भारतीय एथलीटों के लिए यह एक बेहतरीन दिन है। इन सभी खलाड़ियों ने देश का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। कई दिग्गजों के साथ पूरा देश इन खिलाडियों को लगातार बधाइयां प्रेषित कर रहा है।