एक से ज्यादा बैंक खाते आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं!

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एक से ज्यादा बैंक खाते आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं!

Ashish Urmaliya || The CEO Magazine

देखा गया है, कि आजकल ज्यादातर लोगों के दो-तीन बैंकों में अलग-अलग खाते होते हैं। अक्सर लोगों को नए खाते तब खुल जाते है जब वह अपनी नौकरी में बदलाव करते हैं और किसी नई कंपनी के साथ जुड़ते हैं। और इन विभिन्न खातों के एसआईपी (Systematic Investment Plan) व इएमआई (Equated Monthly Installment) से जुड़े होने के कारण लोग इन खातों को बंद कर पाने में असमर्थ रहते हैं। तो अब क्या रास्ता है, जिससे लोग अपने नाम के बैंक खातों को कम कर सकें?  क्या ज्यादा खाते रखने से फायदा होता है? तो आइये इन सवालों के जवाब खोजते हैं।

अधिकतर लोग ज्यादा बैंक खतों का उपयोग अपनी आय को टैक्स से बचाने के लिए करते हैं, लेकिन अब इसका कोई फायदा नहीं है। क्योंकि अब डिजिटल युग चल रहा है, पुराना वाला भौसा-खाता बंद हो चुका है। आपके सारे बैंक खाते आपके पैन नंबर के साथ लिंक हो चुके हैं, जिसके चलते आयकर विभाग कभी भी आपके खातों की जांच पड़ताल कर सकता है। और जानकारी के लिए बता दें, क्रेडिट सूचना ब्यूरो पहले से ही पैन के जरिये सभी बैंकों में अपने ऋण को जोड़ रहा है. इसलिए लोगों को अपने दो तीन खातों को छोड़कर, बाकी सारे खाते बंद कर देने चाहिए।

अगर आपके किसी खाते में एक निश्चित समय तक कोई भी गतिविधि नहीं होती है, तो बैंक ऐसे खाते को निष्क्रिय कर देता है या फिर निष्क्रिय खाते के रूप में चिन्हित कर देता है। अगर किसी खाते में एकमात्र लेनदेन मौजूदा शेष राशि पर ब्याज आवधिक क्रेडिट है, तो ऐसे खातों को निष्क्रिय माना जाता है। और फिर अगर आप उस खाते का उपयोग करना चाहते हैं तो आपको वह खाता फिर से एक्टिव करना होगा।

सबसे बढ़िया उपाय यह है, कि आपके पास कोई मुख्य परिचालन खाता हो। जिसमें आप अपने सैलरी अकाउंट से पैसा ट्रांसफर कर सकें। आप अपने सभी तरह के निवेश और भुगतानों को मुख्या खाते के साथ जोड़ सकते हैं। जब आप अपनी नौकरी बदलते हैं, तो अपने मुख्य खाते के साथ एक इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर सेट करना होगा। यह सब करने के बाद आप अपने अनचाहे खातों को बंद कर पाएंगे और आपका जीवन आसान हो जायेगा।

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