तुरंत रजिस्ट्रेशन कराएं और मोदी सरकार के साथ मिल कर लाखों कमाएं!

तुरंत रजिस्ट्रेशन कराएं और मोदी सरकार के साथ मिल कर लाखों कमाएं!
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तुरंत रजिस्ट्रेशन कराएं और मोदी सरकार के साथ मिल कर लाखों कमाएं!

Ashish Urmaliya | The CEO Magazine

मिडिल मैन का रोल काल खत्म करने के मकसद से सरकार ने GeM(गवर्नमेंट ई-मार्केट) यानी ऑनलाइन बाजार तैयार किया है। यह ई-मार्केट बाबुओं और बिचौलियों की दखलंदाजी पूरी तरह खत्म कर देगा।

अगर आप अपने व्यापार को जल्द से जल्द बढ़ाना चाहते हैं या फिर कोई नया व्यापार शुरू करने की फिराक में हैं, तो प्लान बाना-बना कर अपना कीमती समय बर्बाद ना करें। हम यहां आपको सरकार की एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके जरिये आप केंद्र सरकार के साथ मिलकर बिज़नेस कर सकते हैं। दरअसल, मोदी सरकार ने GeM(गवर्नमेंट ई-मार्केट) तैयार किया है। इस बाजार से सभी तरह की खरीदी की जाएगी, वो भी ऑनलाइन। इस पूरी खरीद प्रोसेस से बाबुओं और बिचौलियों का दखल खत्म हो जायेगा।

मौजूदा स्थिति में इस पोर्टल पर करीब 36, 665 खरीददार संगठन हैं और करीब ढाई लाख विक्रेता और सर्विस प्रोवाइडर्स। पोर्टल पर 10 लाख से ज्यादा प्रोडक्ट्स भी हैं। गवर्नमेंट ई-मार्केट ने सारी प्रक्रिया को इतना आसान कर दिया है, कि कोई भी उद्यमी आसानी से इस पोर्टल पर अपना व्यापार रजिस्टर कर, सरकार से डील कर अपना प्रोडक्ट आसानी से बेच सकता है। आइये जानते हैं रजिस्ट्रेशन प्रोसेस और कमाई के बारे में…

रजिस्ट्रेशन में सिर्फ 2 दिन लगते हैं!

GeM पर रजिस्ट्रेशन व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया 48 घंटों के अंदर पूरी हो जाती है। और मात्र एक महीने के भीतर ही आप आपने प्रोडक्ट्स इस पोर्टल पर बेच पाते हैं। इसके अंतर्गत काम कर रही सरकारी टीम काफी सपोर्टिव और आगे ले जाने वाली है।

जरूरी डक्युमेंट्स:-

– आधार कार्ड

– आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर

– इनकम टैक्स रिटर्न, उद्योग आधार, डीआईपीपी, सिन, पैन

– अपने फर्म का अड्रेस प्रूफ

– बैंक खाता

जेम (GeM) स्कीम को समझते हैं

यह सरकारी ई-मार्केट प्लेस है, जिसे 9 अगस्त 2016 को शुरू किया गया था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने डायरेक्ट जनरल सप्लाई एंड गुड्स(DGS And G) को बंद कर इसकी शुरुआत की थी। 2016 से पहले डीजीएस ही सरकारी खरीद को मैनेज करती थी, लेकिन अब GeM ने इसकी जगह ले ली है जो पूरी तरह पेपरलेस और कैशलेस ई-मार्केटप्लेस है। यहां पर कोई भी विक्रेता अपना सामान बेचने के लिए खुद को बड़ी आसानी से रजिस्टर करा सकता है। यह एक खुला मंच है, इसलिए सरकार के साथ व्यापार करने वालों के सामने कोई बाधा नहीं आती।  खरीद और बिक्री के हर पायदान पर खरीददार, संगठन प्रमुख और विक्रेताओं को ई-मेल द्वारा सूचना भेजी जाती है।

सिर्फ 50 लोगों की टीम कर रही ऑपरेट

GeM पर मिनटों में खरीददारी की जा सकती है क्योंकि यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है, कि इस ऑनलाइन मार्केट को सिर्फ 50 लोगों की टीम मिलकर चला रही है। यह करीब 10 हजार से अधिक उत्पादों की पेशकश करता है, जिनमें ऑफिस स्टेशनरी से लेकर बड़े वाहन तक शामिल हैं। सकरार की योजना देश के सभी सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम उद्यमियों को इस प्लेटफॉर्म से जोड़ने की है। GeM के सीईओ राधा चौहान के मुताबिक, यह प्लेटफॉर्म काफी तेजी से काम करता है और समय की बचत करता है। इससे विभिन्न प्रोडक्ट्स की कीमतों में करीब 25 फीसदी की कमी आई है। जहां एक समय वेंडर रजिस्ट्रेशन के काम में 30 दिन लगते थे, वही काम अब 10 मिनट में हो जाता है। नए स्टार्टअप्स के लिए यह प्लेटफार्म काफी मददगार साबित हो रहा है।

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