पिछले साल की तुलना में इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुल संपत्ति में इजाफा हुआ है। पीएम की वेबसाइट पर मौजूद ताजा आंकड़ों के मुताबिक पीएम मोदी की कुल संपत्ति पिछले साल के 2.85 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,07,68,885 (3.07) करोड़ रुपये हो गई है। पिछले एक साल में उनकी नेटवर्थ में 22 लाख रुपये का इजाफा हुआ है।
वेबसाइट पर नवीनतम घोषणा के अनुसार, 31 मार्च तक श्री नरेंद्र मोदी के पास 1.5 लाख रुपये और 36,000 रुपये नकद थे। जो कि पिछली साल की तुलना में कम थे। दरअसल उनकी संपत्ति में ये इज़ाफ़ा भारतीय स्टेट बैंक की गांधीनगर शाखा में उनकी सावधि जमा (FD) के कारण हुई है। मोदी की एसबीआई गांधीनगर NSC शाखा की सावधि जमा (FD) की राशि 31 मार्च, 2021 तक 1.86 करोड़ रुपये थी, जबकि पिछले साल यह 1.6 करोड़ रुपये थी।
घोषणा के अनुसार, पीएम मोदी के पास स्टॉक मार्केट निवेश या म्यूचुअल फंड निवेश से कोई संपत्ति नहीं है। इसके बजाय, उन्होंने राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (8,93,251 रुपये), जीवन बीमा पॉलिसियों (1,50,957 लाख रुपये) और एलएंडटी इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड में निवेश किया है, जिसे उन्होंने 2012 में 20,000 रुपये में खरीदा था।
उनके पास 1.48 लाख रुपये की चार सोने की अंगूठियां हैं। पीएम मोदी की चल संपत्ति का सकल कुल मूल्य लगभग 1.97 करोड़ रुपये है।
घोषणा के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कोई ऋण नहीं लिया है और उनकी कोई देनदारी भी नहीं है। उनके नाम के पर कोई निजी वाहन भी नहीं है।
पीएम मोदी की अचल संपत्ति कितनी है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास गुजरात में नंबर- 401/ए गांधीनगर सेक्टर-1, एक प्लॉट है। इस संपत्ति के तीन अन्य संयुक्त मालिक हैं, जिनमें से प्रत्येक के पास 25 प्रतिशत की बराबर हिस्सेदारी है। यह प्लॉट 3,531.45 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ है।
71 वर्षीय पीएम ने गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से मुश्किल से दो महीने पहले 25 अक्टूबर 2002 को यह संपत्ति खरीदी थी। उस समय प्लॉट की कीमत लगभग 1.3 लाख रुपये थी।
मोदी द्वारा भूमि पर 2,47,208 रुपये का निवेश किया गया है, जिसका कुल मूल्य 1,10,00,000 रुपये है। 2014 में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करना शुरू करने के बाद से मोदी ने कोई नई संपत्ति नहीं खरीदी है।
अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान सरकार ने तय किया था कि सार्वजनिक जीवन में अधिक पारदर्शिता के लिए सभी केंद्रीय मंत्रियों को प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में स्वेच्छा से अपनी संपत्ति और देनदारियों की घोषणा करनी होगी। ये घोषणाएं सार्वजनिक डोमेन पर उपलब्ध हैं और इसे पीएम की वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।