इन परिवारों की कौन सूनेगा, ढीमरपुरा गांव के लगभग 45 परिवारों राशन के लिए मौहताज

भांडेर विधानसभा के अंतर्गत ढीमरपुरा गांव के लगभग 45 परिवारों को राशन नही मिल रहा लगा रहे हैं प्रशासन के चक्कर लगा रहे
धन पीपरी पंचायत के गांव ढीमरपुरा
धन पीपरी पंचायत के गांव ढीमरपुरा
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भांडेर / देश आजाद हुए 75 वर्ष हो गये है अभी कुछ दिन पहले ही हमने अपना गणतंत्र दिवस की बड़े उत्त्साह से मनाया था। कहने को तो देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो गये है मगर एक गाँव आज भी ऐसा है जो गरीबी से आज भी गुलाम है। जी हाँ आज हम आपको बताने जा रहे ऐसे ही एक गाँव की बात करते हैं। मध्यप्रदेश के दतिया जिले की भांडेर विधानसभा के अंतर्गत आने वाली धन पीपरी पंचायत के गांव ढीमरपुरा की। मगर ढीमरपुरा गांव के वासी आज भी आपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए शासन प्रशासन के चक्कर लगा रहे है। ग्रामीण जनो का कहना है पिछले 6-7 सालों से गांव के लगभग 45 परिवारों को शासन द्वारा प्रदाय किया जाने वाला राशन नही मिल रहा है जब इसका कारण ग्रामीणों से पूछा गया तो तो उन्होंने कहा कि या तो यह राजनीतिक द्वेष है या शायद शासन प्रशासन ही यह भूल गया है कि ऐसा भी कोई गाँव है। आने जाने को रास्ते नही है रहने को मकान नही है खाने को राशन नही है अब ऐसी स्थिति में ऐसा अगर कुछ सालों बाद ग्रामीण पलायन करने लगे तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नही होगी। जब इस मामले को लेकर सरपंच प्रतिनिधि से बात की तो उन्होंने सभी सुविधाओं का होना बताया, जबकि हकीकत कुछ और ही है। लोगों को दी जाने वाली मूल-भूत सुविआयें अभी भी जमीनी स्तर से काफी दूर नजर आ रही है। देश में हजारों से परिवार आज भी है जो राषन, सड़क जैसी अनेक सुविधाओं से कोसो दूर है पर प्रशासन का ध्यान इनकी तरफ देखने को नहीं मिलता है। वही जिला पंचायत सीईओ जिला दतिया से इस प्रकरण पर पूछा गया तो उन्होंने बताया, कि उनको इस प्रकरण की कोई जानकारी नहीं है वह जल्द ही दौरा करके लोगों तक पहुॅचने का कार्य करेंगे। अब देखने को क्या मिलता है कि प्रशासन की सुविधाओं का लाभ उन ग्रामीणों को मिलेगा या नहीं या सुविधाओं के आभाव सदैव इसी प्रकार बना रहता है।

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