Ashish Urmaliya || Pratinidhi Manthan
अगर आप सोच रहे हैं किलॉकडाउन से Corona Virus वालीस्थिति में सबकुछ ठीक हो जायेगा, तो आपगलत भी हो सकते हैं. हाल ही में विश्व स्वास्थय संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी माइकरयान ने यह कहकर सबको चौंका दिया, किदेशों द्वारा सिर्फ अपने शहरों को लॉकडाउन करके नहीं रोका जा सकता, यह नाकाफी है. उनके द्वारा जो तर्क दिया गया है,उसने पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दियाहै.
Lockown क्योंहै नाकाफी?
World Health Organisation केसीनियर इमरजेंसी एक्सपर्ट माइक रेयान (Mike Ryan) के, विभिन्न देशों की सरकारोंद्वारा सिर्फ लॉकडाउन करके Corona Virus संक्रमणको रोकने का प्रयास करने से कुछ नहीं होने वाला. उन्होंने कहा, कि लॉकडाउन के बाद जब सभी शहरों को राज्यों को खोलदिया जाएगा तो इससे आम जनता की भीड़ अचानक से सार्वजनिक स्थानों पर उमड़ पड़ेगी.(भारत देश इस दृश्य का हल्का नमूना तो जनता कर्फ्यू वाले दिन देख ही चुका है).मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेयानने कहा है कि अगर समय रहते सोचे समझे, कड़ेऔर सही कदम नहीं उठाये गए, तोकोरोना एक ब्रेक के बाद लोगों पर ज्यादा आक्रामकता से हमला कर सकता है.
करीब 4 लाख लोग प्रभावित-
जॉन हॉपकिंस द्वारा जारीकिये गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अबतक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से 3,81लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 16,559 लोग बीमारी से लड़ते हुए अपना दम तोड़ चुके हैं. लेकिन एक अच्छीखबर ये भी है, कि अब तक कोरोना वायरस सेसंक्रमित होने के बावजूद 1.01 लाखलोग ठीक भी हो चुके हैं.
दुनियाभर के करीब 65 फीसदी देशों ने कर रखा है लॉकडाउन
ख़बरों और जानकारों केमुताबिक, दुनिया के ज्यादातर देशों नेलॉकडाउन कर दिया है. इन देशों में मुख्य रूप से इटली, ईरान, अमेरिकाजैसे देश शामिल हैं, इसके अलावा तमाम यूरोपीयदेशों ने आम लोगों को घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है.