खतरनाक है टिकटॉक, चीन भेजा जा रहा है भारतीय डाटा ?
Ashish Urmaliya | The CEO Magazine
नए-नए मोबाइल एप्स का इस्तेमाल करने के मामले में भारत दुनिया के सभी देशों से कहीं ज्यादा आगे है, 2019 की पहली तिमाही में भारत में सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला एप था 'टिकटॉक'। मौजूदा स्थिति में भारत के लगभग 9 करोड़ लोग शॉर्ट वीडियो क्रिएशन एप 'टिकटॉक' का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि, आप कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम) खोलेंगे, तो टिकटॉक के दो चार वीडियो आपको जरूर दिख जायेंगे।
भारत में टिकटोक को लेकर कई बार विरोध भी हुआ, लेकिन जितना विरोध हुआ इसका प्रचलन उतना ही बढ़ता गया। टिकटोक पर हमेशा से ही आरोप लगते आ रहे हैं, कि इसके जरिये अश्लीलता भरे कंटेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है। हाल ही में कांग्रेस के बहुमुखी प्रतिभा वाले नेता शशि थरूर ने भी संसद में टिकटॉक को लेकर सवाल खड़ा किया है और इसे देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान टिकटोक का मुद्दा उठाते हुए शशि थरूर ने कहा, कि इस एप के जरिये भारतीय लोगों का डाटा चीन में अवैध रूप से पहुंचाया जा रहा है। और यह बात राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
वक्तव्य करते हुए उन्होंने संसद को अवगत कराया, कि मौजूदा समय में स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और एप्स के इस दौर में भारतीय यूजर्स का डाटा बड़ी आसानी से (उपलब्ध है) मिल रहा है. जिसका इस्तेमाल विदेशी कंपनियों द्वारा निजी स्वार्थ, मुनाफे व राजनीतिक नियंत्रण के लिए किया जा सकता है। बता दें, हाल ही में अमेरिका ने टिकटॉक पर 57 लाख डॉलर यानी करीब 39 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाया है, आरोप था- डाटा एकत्र करने का।
कई सारी महत्वपूर्ण रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए शशि थरूर ने कहा कि, शॉर्ट वीडियो क्रिएशन एप टिकटॉक के जरिए चीन की सरकार के पास भारतीय यूजर्स का डाटा पहुंच रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए सरकार से अनुरोध किया है कि निजता के अधिकार के लिए सरकार कोई ठोस कानूनी ढांचा तैयार करे।