कोरोना ने छीना रोजगार, तो आपके खातेमें पैसे भेजेगी सरकार
Ashish Urmaliya || Pratinidhi Manthan
कोरोना ने दुनियाभर में तबाही मचा रखी है, अर्थव्यवस्था भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। कईकंपनियां बंद होने की कगार पर आ गई हैं, तो कईकंपनियों को अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति देनी पड़ रही है। ऐसेमें देश में रोजगार का संकट भी गहराता जा रहा है, बहुत से लोगोंको अपने परिवार का खर्च चलाने की चिंता सता रही है। लोगों को इसी संकट से उबारनेके लिए सरकार ने अपनी कमर कस ली है।
सरकार जल्द ही नई योजना लागू करने जा रही है, जिसमें रोजगार खोये हुए लोगों के खाते में पैसे भेजेजाएंगे।
लाइव मिंट में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार कोरोना की वजह से आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों कोयूनिवर्सल बेसिक इनकम (UBI) के तहत मदद कर सकतीहै। जानकारी के लिए बता दें, Universal Basic Income एक निश्चित आय होती है, जो देश के हरनागरिक- अमीर, गरीब, नौकरीपेशा, बेरोजगार को सरकार द्वारा दी जाती है। इस आय को प्राप्तकरने के लिए नागरिकों को किसी भी तरह की पात्रता शर्त नहीं रहती, बशर्ते कि वह भारत का नागरिक हो। स्वभावित स्थिति है, कि देश के प्रत्येक नागरिक को जीवन यापन के लिए न्यूनतमस्थिर आय का प्रावधान होना चाहिए।
देश के कई बड़े अर्थशास्त्रियों का मानना है, कि इस वक्त UBI से लाखोंकर्मियों को मदद मिल सकती है, वो लोग इसका लाभ उठासकते हैं जो बिना वेतन रहने को मजबूर हैं। जिनको खुद के घर में आइसोलेशन में रहनापड़ रहा है। प्रत्येक राज्य में यह सभी वयस्कों के लिए बिना शर्त नियमित भुगतान काएक विकल्प है। अगर यह योजना भारत में लागू होती है, तो प्रधानमंत्रीकिसान सम्मान निधि योजना का रूप धारण कर सकती है।
विदित हो, लंदन यूनिवर्सिटी केप्रोफेसर गाय स्टैंडिंग ने सबसे पहले गरीबी हटाने के लिए अमीर-गरीब सभी को एकनिश्चित अंतराल पर तय रकम देने का विचार पेश किया था। प्रोफेसर का मनना है, कि इस स्कीम का लाभ लेने के लिए किसी भी व्यक्ति को अपनीकमजोर आर्थिक स्थिति व बेरोजगारी का सबूत न देना पड़े। बता दें, कई देशों ने UBI योजना को लागूकर रखा है। जैसे कि अमेरिका में यह योजना 'अलास्का स्थाईनिधि' के नाम से लागू है, ब्राज़ील मेंबोलसा फमिलिया नाम से और तेलंगाना में रायथु बंधु के नाम से चलाई जा रही है।