आगर मालवा क्षेत्र में 33 कौवों की मौत हुई है, इस कारण पूरे प्रदेश में एवियन फ्लू के लिए अलर्ट घोषित कर दिया गया है, इसी तारतम्य में चिकित्सा विद्यालय दतिया के डॉ हेमंत जैन ने मुर्गीपालको और पक्षियों की देखभाल करने वाले व्यक्तियों से निम्न सुरक्षात्मक कदम उठाने की अपील की है -
पक्षियों की देखभाल मास्क पहन कर करें , पक्षियों की मौत होने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना देवें,
देखभाल करने वाले व्यक्तियों को अगर जुकाम, खांसी, तेज बुखार, बदन दर्द , दस्त, उल्टी ,जैसे लक्षण हैं तो तुरंत मेडीसिन बिभाग की नवीन ओपीडी क्रमांक 2 में संपर्क करें।
यह फ्लू H5N1 इन्फ्लुएंजा नामक वायरस से होता है जो कि पक्षियो, मुर्गियों और कई बार जानवरों में फैलता है जिसके कारण इन जानवरों और पक्षियों की मृत्यु झुंड में हो जाती है, और यह वायरस पक्षियों और जानवरों से इनकी देखभाल करने वाले या इनके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों में भी फैल सकता है, यह वायरस घातक है और कई बार लोअर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन जैसे निमोनिया और अकस्मात मौत का कारण बन सकता है।
इस बीमारी के लक्षण आने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए और चिकित्सा विभाग को सूचना देनी चाहिए , यह बीमारी अभी तक 10 देशों में महामारी फैला चुकी है।
यह सूचना मेडीसिन बिभाग की तरफ से जनहित में जारी की जा रही है।।