दतिया / कोरोना की तीसरी लहर की आंशका को देखते हुए कलेक्टर श्री संजय कुमार ने बुधवार को जिला चिकित्सालय पहुंचकर की गई व्यवस्थाओं एवं तैयारियेां को जायजा लिया। जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं संबंधित चिकित्सकों को समुचित व्यवस्थाएं रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कोविड के मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड, बच्चों के लिए बनाए गए शिशु रोग कोविड-19 वार्ड सहित मेडीकल आॅक्सीजन संयत्र का भी अवलोकन कर आॅक्सीजन की शुद्वता एवं उपलब्धता पर भी चर्चा कर जानकारी ली।
इस दौरान दतिया मेडीकल काॅलेज के डीन डाॅ. दिनेश उदेनिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आरवी कुरेले, सिविल सर्जन डाॅ. केसी राठौर, डाॅ. पी, अधिकारी, डाॅ. अर्जुन सिंह, डाॅ. सचिन सिंह यादव सहित अन्य चिकित्सकगण आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री कुमार ने जिला चिकित्सालय में आयोजित बैठक में कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आंशका को देखते हुए हमें जिला चिकित्सालय में ऐसी व्यवस्थाएं करना है जिससे कोरोना से आने वाले मरीजों को सुमचित उपचार हो सके इसके लिए हमें आॅक्सीजन, बेडों की व्यवस्था, दवाईयां आॅक्सीजन कनसेटर, बेन्टीलेटर एवं आवश्यक उपकरणों आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान जो कमियां रह गई थी, उनकेा भी दूर करना है।
कलेक्टर ने कहा कि तीसरी लहर को देखते हुए जिले में स्थित सभी नर्सिंग काॅलेज एवं निजी चिकित्सालयों को भी निर्देशित किया जाए कि आवश्यकता पड़ने पर कोविड मरीजों के उपचार एवं उन्हें रखने हेतु उनकी संस्था के साथ-साथ नर्सेज एवं चिकित्सा कर्मियों की भी सेवाएं ली जा सकेंगी। इसके लिए वे बेडों की व्यवस्था, आॅक्सीजन आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने बैठक में जिला चिकित्सालय के साथ-साथ जिले में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर भी कोरोना से निपटने के लिए समुचित व्यवस्था रखने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। श्री कुमार ने कहा कि समय≤ पर आॅक्सीजन संयत्र का भी निरीक्षण कर माॅकड्रिल भी की जाए। यह भी देखा जाए कि आॅक्सीजन की आपूर्ति शुरू से लेकर अंतिम बेड तक बराबर पहुंच रही है या नहीं। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय में अनावश्यक रूप से लोग विचरण न करें और जिला चिकित्सालय में कोविड मरीजों के प्रवेश के लिए पृथक से व्यवस्था की जाए। प्रत्येक बेड पर काॅल बेल, मरीज के लिए गर्म एवं ठंडे पानी की व्यवस्था, भर्ती मरीजों के संबंध में परिजनों को जानकारी देने के लिए वीडियों काॅल की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। प्रतिदिन सुबह एवं शाम हेल्थ बुलेटिन भी जारी किया जाए।कलेक्टर ने बैठक के दौरान जिले के नागरिकों से आग्रह करते हुए कहा कि वे भी अपने स्तर पर आॅक्सीजन कंशटेटर सयंत्र खरीदें जो कभी भी सांस लेने में दिक्कत आने पर उपयोग कर सके। आवश्यकता पडने पर मरीजों के लिए उपयोग किया जा सके। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय परिसर में वाहनों की पार्किंग निर्धारित स्थल पर बनाए गए पार्किग में ही व्यवस्थित वाहनों को पार्क कराने के निर्देश उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय में विभिन्न स्थानों पर भी साईनेज बोर्ड भी लगाए जाए जिससे जिला चिकित्सालय केम्पस यूजर फ्रेंकली हो सके और मरीजों एवं परिजनों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो सके।