AshishUrmaliya || Pratinidhi Manthan
कुछ दिनों पहले चीन में तबाही मचने वाला कोरोना वायरस देखते ही देखते पूरी दुनिया में फ़ैल चुका है। चीन में तकरीबन 80 हजार लोग इस वायरस से प्रभावित हैं वहीं 3000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। दुनियाभर के अन्य देशों के साथ भारत में भी लगातार इस वायरस से संक्रमित मरीजों की पुष्टि की जा रही है। बीते कई दिनों से इस वायरस से निपटने की कवायद चल रही है, दुनियाभर के बड़े-बड़े वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन खोजने में लगे हुए हैं, लेकिन अब तक वैज्ञानिकों को इसका कोई ठोस इलाज़ नहीं मिल पाया था। हाल ही में चीन ने दावा किया है, कि उसने कोरोना वायरस (कोविड 19) से बचने की वैक्सीन खोज निकाली है।
एक महीने दिन-रात मेहनत की गई-
चीनी सेना की मेडिकल टीम पिछले एक महीने से वुहान में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की मेडिकल विशेषज्ञ शेन वेई की अगुवाई में इस वैक्सीन की खोज करने लगी हुई थी। कोरोना वायरस से निपटने वाली इस दुनिया की सबसे पहली और नई वैक्सीन की टेस्टिंग शेन वेई के बाएं हाथ में लगाकर की गई, जो सफल बताई जा रही है। आपको बता दें, शेन वेई चीनी सेना की वही मेजर जरनल हैं जिन्होंने कुछ साल पहले सार्स (SARS) और इबोला जैसे खतरनाक वायरस से बचाने वाली वैक्सीन बनाई थी। ऐसा करके उन्होंने दुनियाभर को संकट से उबारा था।
अविष्कारक मेजर जनरल शेन वेई की जुबानी-
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया, कि इस वैक्सीन की खोज के लिए उनकी टीम ने दिन रात एक कर दिया था। बहुत कम लोगों को मालूम होगा, कि यह चीन की एक बहुत प्रतिष्ठित अकादमी है, जिसमें 26 विशेषज्ञ, 50 से अधिक वैज्ञानिक और 500 अनुभवी लोगों की टीम काम करती है। ये सारे लोग मेडिकल से संबंधित हर क्षेत्र के बड़े जानकार होते हैं। आविष्कार के बाद चीन ने दावा किया है, कि जल्द ही यह वैक्सीन आम लोगों के लिए भी उपलब्ध करा दी जाएगी और कोरोना के आतंक से आसानी से निपटा जा सकेगा।
यह खबर मिलते ही चीन से साथ दुनियाभर में सोशल मीडिया के जरिये लोगों के बीच खुशी की लहर देखने को मिल रही है।