अटल पेंशन योजना(Atal Pension Yojana (APY)) संगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद सामाजिक सुरक्षा स्कीम है। इस योजना में निवेश करने से रिटायरमेंट (retirement) के बाद खर्च करने के लिए आपको नियमित आय मिलती है। केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना को जून 2015 में शुरू किया था। इससे पहले असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए अटल पेंशन योजना(Atal Pension Yojana) जैसी कोई योजना नहीं थी।
इस योजना में 18 से 40 साल के लोग शामिल हो सकते है। योजना का हिस्सा बनने के लिए 60 साल की उम्र तक प्रीमियम राशि या किस्त जमा करनी होगी। 60 साल के बाद 1,000 से 5,000 रूपए तक मासिक पेंशन के रूप में दिया जाएगा। पेंशन राशि इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन सा प्लान लिया है।
अगर छोटा प्लान लेंगे तो पेंशन राशि भी कम मिलेगा और अगर बड़ा प्लान लिया हो तो ज़्यादा मिलेगा। यानी शुरू में लिए गए छोटे या बड़े प्लान पर निर्भर करता है कि बाद में पेंशन कितनी मिलेगी। इस योजना में अगर पॉलिसी धारक(policy holder) की 60 वर्ष से पहले ही मृत्यु हो जाती है तो उनके वारिस या नामित को जमा किया हुआ पैसा व अन्य लाभ दे दिए जाते हैं।
रिटायर होने के बाद जीवन भर पेंशन के लिए स्कीम में कुछ सालों तक ही निवेश करना होता है। आपके निवेश(Investment) के साथ ही सरकार अटल पेंशन योजना में अपनी ओर से भी अंशदान देती है। इस स्कीम में सरकार पति-पत्नी को 10 हज़ार रूपए महीना देती है। अटल पेंशन स्कीम मोदी सरकार की एक लोकप्रिय योजना है जिसमें नागरिकों को 1,000 रूपए से लेकर 5,000 रूपए तक की राशि हर महीने दी जाती है।
इस स्कीम में मंथली(Monthly), तिमाही(quarterly) और छःमाही(Half-yearly) निवेश किया जा सकता है। इसके अलावा इनकम टैक्स(Income Tax) के सेक्शन 80CCD (Section 80CCD) के तहत इसमें टैक्स(Tax) में फायदा मिलता है। एक सदस्य के नाम से सिर्फ एक ही अकाउंट खुल सकता है।
1 जून, 2015 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने पेंशन योजना(pension scheme) को शुरू किया। 2015 से अब तक करोड़ों लोगों इस योजना में रजिस्ट्रेशन करवा चुके है। जब भी पेंशन के बारे में बात होती है तो सरकारी कर्मचारियों, वृद्ध पेंशन, विकलांग या विधवा पेंशन आदि के बारे में दिमाग में आता हैं।
लेकिन केंद्र सरकार की अटल पेंशन योजना के आने के बाद युवाओं को भी पेंशन का लाभ दिया जाएगा। इस योजना में शामिल होने के लिए उम्र 18 एवं अधिकतम 40 साल होनी चाहिए। आपको 60 साल की उम्र तक प्रीमियम(premium) राशि जमा करनी होगी।
इसके बाद न्यूनतम 1,000 से 5,000 रूपए मासिक पेंशन दी जाएगी। योजना से जितनी कम उम्र में जुड़ जाएगा प्रीमियम राशि भी उतना ही कम देना होगा। इस योजना का सब्सक्रिप्शन(subscription) आसानी से लिया जा सकता है।
जिसके लिए आपका बैंक खाता होना अनिवार्य है। बैंक जा कर वहां पर एक आवेदन फॉर्म (application form) भरकर इसे शुरू किया जा सकता है। आपके द्वारा जमा की गयी प्रीमियम राशि को टैक्स बचत में दिखा सकते है। इसके अलावा परिवार में एक से अधिक लोग भी इस योजना का लाभ ले सकते है।
अगर कोई लाभार्थी 18 वर्ष की उम्र में इस योजना से जुड़ना चाहते है तो उन्हें 21 रूपए का प्रीमियम हर महीने देना होगा और जिनकी उम्र 40 साल है तो उन्हें 297 से लेकर 1,454 रूपए तक का प्रीमियम देना होगा।
संसद के माध्यम से 8 फरवरी, 2022 को यह सुचना प्रदान की गई कि अटल पेंशन मिशन के तहत 24 जनवरी, 2022 तक ग्राहकों की संख्या 71 लाख से अधिक हो गई थी। इस योजना को जनवरी 2015 में शुरू किया गया था जिसका उद्देश्य लाभार्थियों के लिए सर्व भौमिक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली(universal social security system) बनाना है।
इस योजना का संचालन पेंशन फंड नियामक(pension fund regulator) और विकास प्राधिकरण(development Authority) द्वारा किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान इस योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या 71,08,743 हो गई वही साल 2020 में इस योजना के अंतर्गत ग्राहकों की संख्या 68,83,373 थी और साल 2019 में ग्राहकों की संख्या 57,12,824 थी।
इसके अलावा साल 2018 में योजना के अंतर्गत 48,21,632 लाभार्थी थे और 2017 में लाभार्थियों की संख्या 23,98,934 थी। 2015 में शुरू हुई अटल पेंशन स्कीम को उस समय असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए शुरू किया गया था लेकिन अब इस योजना में 18 से 40 साल के कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर सकते है।
60 साल की उम्र के बाद योजना के तहत जमाकर्ताओं को पेंशन मिलना शुरू हो जाता है। अटल पेंशन योजना की प्रीमियम राशि व्यक्ति की उम्र पर निर्भर करता है कि उसकी उम्र कितनी है, अगर उम्र कम है तो प्रीमियम 60 वर्ष की उम्र तक भरना होगा। अगर प्रवेश की उम्र 18 साल है तो उसका प्रीमियम 42 साल तक भरमा होगा।
यही कारण है कि इसका प्रीमियम उम्र के हिसाब से कम-ज़्यादा होता है। इस स्कीम का फायदा 39 साल से कम उम्र के पति-पत्नी उठा सकते है। अगर पति और पत्नी की उम्र 35 साल है तो उन्हें हर महीने 902 रूपए अपने अटल पेंशन योजना अकाउंट में डालने होंगे। गारंटीड मंथली पेंशन(Guaranteed Monthly Pention) के अलावा अगर पति या पत्नी में से किसी एक की मृत्यु हो जाती है तो जीवित पार्टनर को 8.5 लाख रूपए मिलेंगे साथ ही हर महीने उसे पूरी उम्र पेंशन भी मिलती रहेगी।
अटल पेंशन योजना में टैक्स बेनिफिट(tax benefit) भी मिलता है। इस योजना में निवेश करने वाले लोगों को इनकम टैक्स एक्ट 80C(Income Tax Act 80C) के तहत 1.5 लाख रूपए तक का टैक्स बेनिफिट भी मिलता है। एन.पी.एस(NPS) के सबसक्राइबर्स (Subscribers) में 3.77 करोड़ या 89 फीसदी गैर-महानगरों के है।
इस स्कीम से जो व्यक्ति जुड़ा है उसकी अगर मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को फायदा जारी रखने का प्रावधान भी है। एक सदस्य के नाम से सिर्फ एक ही अकाउंट खुल सकता है। बैंक के जरिए इस स्कीम में खाता खुलवाया जा सकता है। शुरू के 5 साल सरकार की ओर से भी योगदान राशि दी जाएगी।
इस योजना से जुड़ने वाले इच्छुक व्यक्ति अटल पेंशन योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते है। वह सर्वप्रथम किसी भी राष्ट्रीय बैंक(National Bank) में अपना बचत खाता खुलवाएं, उसके बाद इस योजना के लिए आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे आधार कार्ड, मोबाइल नंबर आदि भरना होगा।
आवेदन फॉर्म भरने के बाद बैंक मैनेजर(Bank manager) के पास जमा करना होगा जिसके बाद आपके सभी पत्रों का सत्यापन कर अटल पेंशन योजना के अंतर्गत आपका बैंक खाता खुल जाएगा।
अटल पेंशन योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है, उम्मीदवार की आयु 18 से 40 साल होनी चाहिए तथा बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए। आवेदक का आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, पहचान पत्र, स्थायी पते का प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो आदि होना आवश्यक है।