बैटरी वाटर की डिमांड लगातार बढ़ रही है, 50 हजार रुपये में शुरू करें बिजनेस!
Ashish Urmaliya | The CEO Magazine
गाड़ी वाहन हो या इन्वर्टर। इन सभी में लगी बैटरियों में समय-समय पर पानी डालने की जरूरत पड़ती है। और यह कोई पानी साधारण पानी नहीं होता, यह बैटरी वाटर होता है। इस बैटरी वाटर की डिमांड बहुत पहले से है और लगातार बढ़ती जा रही है। आज यह बैटरी वाटर ऑटोमोबाइल मार्केट के अलावा लगभग हर एक रेजिडेंशियल मार्केट में बिक रहा है। अगर आप कम लागत कोई बिज़नेस शुरू करने का प्लान बना रहे हैं, तो यह आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन साबित होगा। इसके लिए आपको बैटरी वाटर प्लांट लगाना होता जिसमें सरकार भी आपकी मदद करेगी। आइये जानते हैं…
आपको लगाने हैं मात्र 50 हजार–
बैटरी वाटर प्लांट लगाने में जो कुल लगत आती है वह है, लगभग 5 लाख रूपए। लेकिन इसमें आपको मात्र 50 हजार रूपए ही लगाने हैं। बाकि की 90 फीसदी लागत लोन आपको सरकार देगी। जी हां, प्रधानमंत्री इम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम के तहत इस कारोबार को शुरू करने के लिए आपको सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाएगी।
प्लांट के बारे में जान लेते हैं–
बैटरी वाटर प्लांट शुरू करने के लिए आपको प्लास्टिक ड्रम, हॉट एयर ब्लोअर, हार्डनेस टेस्टिंग किट, वाटर लिफ्टिंग पंप, पीएच मीटर, सेमि आटोमेटिक फिलिंग मशीन, 1 हॉर्स पावर मोटर, क्वालिटी कण्ट्रोल इक्विपमेंट आदि। ये सब खरीदने में लगभग 2. 25 लाख रूपए का खर्च आएगा इसके अलावा आपको लगभग ढाई लाख रूपए की वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता होगी। इस तरह आपकी कुल प्रोजेक्ट कॉस्ट लगभग 5 लाख रूपए आएगी।
सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की ऑफिसियल वेबसाइट पर दी गई प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, काम शुरू होने साथ एक साल के अंदर आपको लगभग 9 लाख रूपए के रॉ-मटेरियल की जरूरत पड़ेगी। इस तरह आपकी कॉस्ट ऑफ़ प्रोडक्शन लगभग 14 लाख रूपए हो जाएगी। इस प्लांट के जरिये आप एक साल में करीब 250 किलोलीटर बैटरी वाटर का प्रोडक्शन कर लेंगे, जिसको बेचने पर आपको लगभग 16 लाख रूप[आय मिलेंगे। इस तरह कुल लागत हटाकर आपको 2 लाख रूपए की आमदनी होगी।