फोन या कंप्यूटर में उपस्थित निजी जानकारी को हैकर्स से ऐसे बचाएं!
Ashish Urmaliya | The CEO Magazine
बीते कुछ वर्षों से लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि, लोगों के कंप्यूटर या मोबाइल फ़ोन से निजी और जरूरी डाटा चोरी हो रहा है, लोग इंटरनेट बैंकिंग फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं, बैंक अकाउंट से लोगों की निजी जानकारियां लीक हो रही हैं, सोशल मीडिया अकाउंट्स हैक हो रहे हैं, आदि। भारत ही नहीं दुनियाभर के लोग इस तरह के फ्रॉड से त्रस्त हैं। लेकिन बीते कुछ दिनों में, भारत से इस तरह के ज्यादातर मामले निकल कर सामने आ रहे हैं। अब प्रश्न ये उठता है, कि इस तरह के फ्रॉड्स से हम बच कैसे सकते हैं, अपने डाटा को सुरक्षित कैसे रख सकते हैं। तो यहां हम आपको इसी समस्या से निपटने के लिए कुछ खास तरीके बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं।
अपने डाटा को ऐसे रखें सुरक्षित-
- सबसे पहले तो आपको यह पता लगा लेना चाहिए, कि कहीं आपका डाटा पहले ही चोरी तो नहीं हो गया। इसके लिए haveibeenpwned.com पर जाएं। अगर आपकी कोई भी निजी जानकारी लीक हुई होगी, तो यहां से आप आसानी से पता लगा पाएंगे।
- अगर ऐसा कुछ है, कि आपका डाटा चोरी हुआ है, तो तुरंत उस अकाउंट संबंधित पासवर्ड बदलें।
- किसी भी अकाउंट का पासवर्ड बनाते समय इस बात का ध्यान रखें, कि पासवर्ड्स एक जैसे न हों। एक ही तरह के पासवर्ड का इस्तेमाल आपके डाटा के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। यह हैकर्स की पहुँच को आसान बनाता है।
- पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें- अलग-अलग अकाउंट्स के पासवर्ड्स को मैनेज करने के लिए आप पासवर्ड मैनेजर का उपयोग कर सकते हैं। ये आपको प्लेस्टोर पर मिल जायेंगे। हमारी जानकारी में Lastpass और 1Password जैसे एप्स बेहतरीन साबित हो सकते हैं। यहां आपके सभी पासवर्ड्स सुरक्षित रहते हैं।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को भी तुरंत सक्रिय करें। इसको सक्रिय करने के बाद अगर हैकर के पास आपका अकाउंट पासवर्ड होगा भी तो वह आपके अकाउंट को एक्सेस नहीं कर पायेगा। क्योंकि इसके बाद किसी भी अकाउंट को एक्सेस करने के लिए दो बार ऑथेंटिकेशन की जरूरत पड़ती है।
- फोन की लोकेशन सेटिंग में जाकर ऐड ट्रैकिंग सिस्टम को डीएक्टिवेट कर दें। क्योंकि कई बार इससे भी आपकी जानकारी बाहर साझा कर दी जाती है।
- पेड वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल करते हैं, तो आप अपने इंटरनेट ट्रैफिक और आईपी एड्रेस को थर्ड पार्टी से छुपा सकते हैं। यह VPN पब्लिक वाई-फाई का उपयोग करने पर भी आपके डाटा को सुरक्षित रखता है। यह आपके डाटा को कोड्स के रूप में कन्वर्ट कर देता है।