स्कूली बच्चों को उपग्रह अंतरिक्ष में भेजने की ट्रेनिंग देगा ISRO, आपका बच्चा भी हो सकता है शामिल
Ashish Urmaliya | The CEO Magazine
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने हालही में यंग साइंटिस्ट कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। इस प्रोग्राम के तहत इसरो कक्षा 9 के छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोगों के लिए प्रशिक्षित करेगा। इसरो प्रमुख के. के. सिवन ने इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए राज्य सरकारों और राज्य के शिक्षा विभागों से सक्रिय सहयोग की अपील भी की है।
इसरो का यह खास प्रोग्राम अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष गतिविधियों में छात्रों का बुनियादी ज्ञान बढ़ाएगा व इस क्षेत्र में रुचि पैदा करने में भी मदद करेगा।
तो आइये जान लेते हैं ISRO के इस खास प्रोग्राम के बारे में-
- इस प्रोग्राम के तहत इसरो पूरे भारत के 100 से अधिक छात्रों का चयन करेगा और उन्हें उपग्रह बनाने की बेसिक ट्रेनिंग देगा।
- इसरो के बयान के अनुसार, यह प्रोग्राम हर साल आयोजित किया जायेगा। इसमें हर राज्य से तीन छात्रों का चयन किया जाएगा। अंतरिक्ष एजेंसी ने छात्र चयन के लिए राज्यों के मुख्य सचिवों से संपर्क किया है।
- यह आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम गर्मी की छुट्टियों के दौरान दो सप्ताह का होगा, कक्षा 8 पास करके कक्षा 9 में पहुंचे विद्यार्थी इसका हिस्सा बन सकते हैं।
- इसमें छात्रों को उनके शैक्षणिक प्रदर्शन और पाठ्येतर गतिविधियों के आधार पर चुना जाएगा।
- यह कार्यक्रम छात्रों को इसरो केंद्रों का दौरा करने, वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने और अनुसंधान और विकास सुविधाओं का अनुभव लेने का मौका प्रदान करेगा।
- छात्रों की यात्रा और बोर्डिंग के सभी खर्चों को पूरी तरह से इसरो द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा।
- इसमें छात्रों को इसरो द्वारा लॉन्च किए जाने वाले 'वैज्ञानिक पेलोड' को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- इसरो के अनुसार, यंग साइंटिस्ट्स प्रोग्राम के लिए पहले सत्र के लिए चयनित छात्रों की सूची मार्च के अंत तक आने की उम्मीद है।
- प्रोग्राम में ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को चयन में विशेष वेटेज भी दिया जाएगा।
2019 के लिए इसरो की अन्य योजना
इस वर्ष छात्रों के लिए विशेष कार्यक्रम के अलावा इसरो ने गगनयान, नियोजित मिशन, आउटरीच कार्यक्रम, विक्रम साराभाई शताब्दी समारोह जैसे विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है।
साथ ही, इसी वर्ष 25 मार्च से 30 अप्रैल के बीच चंद्रयान -2 मिशन भी लॉन्च किया जाएगा।