अचानक से आ जाए आपके खाते में पैसा, तो गलती से भी न करें ये काम
अचानक से आ जाए आपके खाते में पैसा, तो गलती से भी न करें ये काम
Ashish Urmaliya | The CEO Magazine
अक्सर ऐसा होता है कि हम में से कुछ लोगों के बैंक खाते में अचानक से पैसा आ जाता है, खाते में रकम बढ़ने से हमारे मन में ख़ुशी की हिलोरें उठ जाती हैं।
लेकिन हम आपको बता दें, ये बात खुशी की बिलकुल भी नहीं है। क्योंकि आया हुआ ये अतिरिक्त अमाउंट आपके किसी उपयोग का नहीं है जब तक आपके किसी परिचित ने जानबूझकर न भेजा हो। इस अमाउंट के चलते आपको अच्छी-खासी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। आइये जानते हैं ऐसे हालात में आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए-
देश भर से लगातार इस तरह के मामले चर्चा में आ रहे हैं। कई बार बैंक व ग्राहकों के द्वारा फण्ड ट्रांसफर करते वक्त हुई गलतियों की वजह से कहीं भेजे गए पैसे कहीं और पहुँच जाते हैं। अक्सर लोग अकाउंट नंबर भरने में गलतियां कर बैठते हैं. इंटरनेट बैंकिंग के बढ़ते चलन ने इस तरह की गलतियों को और बढ़ा दिया है। लेकिन आपको बता दें, ये गलतियां पकड़नी भी बहुत आसान हैं। इसलिए अगर आपके खाते में भी अचानक से पैसे आ जाते हैं तो सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क करें और पता लगाएं कि ये पैसा आया कहां से। ऐसा ना करने पर क्या होगा?
- अगर आप बैंक से इस तरह की कोई जानकारी छिपाते हैं तो यह एक नासमझी भरी हरकत है, क्योंकि जिस भी व्यक्ति के पैसे आपके खाते में आये हैं वो चुप नहीं बैठा होगा। अब तक उसने अपने सर पर आसमान उठा लिया होगा। इस टेक्नोलॉजी भरी दुनिया में बैंक को मिनट भर नहीं लगता ये पता लगाने में कि वह पैसा किस खाते में पहुंचा है। पैसा ट्रांसफर होने के पीछे की वजह कोई भी हो, इसकी जानकारी बैंक को लग ही जाएगी और देर-सवेर आपको सवालों के घेरे में ले लिया जाएगा।
- अगर आपने बैंक को नहीं बताया है और बैंक ने भी कुछ दिनों तक आपसे संपर्क भी नहीं किया है तो ये हरगिज ना समझें कि पैसे आपके हो गए। अनजाने में भी अगर आपने उन पैसों को खाते से निकाल लिया या फिर खर्च कर दिया तो आपको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। पैसा वापस न चुका पाने की स्थिति में बैंक आपको कुछ दिनों की मोहलत देगा। उसके बाद भी अगर आप पैसा नहीं चुका पाते हैं तो बैंक द्वारा आपके खिलाफ रिकवरी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
- अगर बैंक रिकवरी प्रक्रिया में भी असफल होता है और हालात बिगड़ते हैं, तो बैंक या डिपॉजिटर आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही यानी पुलिस रिपोर्ट, मुकदमा दायर कर सकता है। यह प्रक्रिया हरहाल में दुखदाई होगी। इसलिए इस राशि को भूल कर भी खर्च ना करें क्योंकि ये राशि आपके हक की नहीं है और आपको वापस चुकानी पड़ेगी।