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स्मार्टफोन चोरी करने के बाद चोर कुछ भी कर ले, उसे ट्रैक होने से नहीं रोक पायेगा

Manthan

स्मार्टफोन चोरी करने के बाद चोर कुछ भी कर ले, उसे ट्रैक होने से नहीं रोक पायेगा

Ashish Urmaliya || The CEO Magazine

गलती से अगर हमारा स्मार्टफोन चोरी हो जाता है, तो ऐसा एहसास होता है मानो किसी ने मुँह में हाथ डाल कर कलेजा बाहर निकाल लिया हो। फोन के साथ आधे प्राण चले जाते हैं। इसके पीछे के कई कारण होते हैं। लेकिन परेशानी के पीछे का सबसे बड़ा कारण 'फोन में सेव हमारा महत्वपूर्ण डेटा' होता है। हमें इस बात का डर होता है कि कहीं हमारे डेटा का गलत इस्तेमाल न कर लिया जाये। लेकिन आपको अब इसके चलते परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि भारत सरकार एक ऐसी तकनीक पर काम कर रही है जो खोए हुए या चोरी हुए स्मार्टफोन को किसी भी स्थिति में ट्रेक करने में मददगार साबित होगी। यह तकनीक फोन को ट्रेक करने में उस समय भी मददगार साबित होगी जब आपके चोरी किये गए स्मार्टफोन से सिम कार्ड निकाल लिया गया हो या फिर IMEI नंबर भी बदल दिया गया हो।

आइये इस तकनीक से जुड़ी खास बातों को जान लेते हैं:

  1. आपके खोए या चोरी हुए स्मार्टफोन से सिम कार्ड निकाल दिए जाने के बाद या फिर उसका IMEI नंबर बदल दिए जाने के बाद भी स्मार्टफोन को ट्रैक कर लिया जायेगा।
  1. यह तकनीक C-DoT यानी सेंटर फॉर डेवलपमेंट टेलीमैटिक्स द्वारा डेवेलप की जा रही है। और यह सर्विस अगले महीने में लॉन्च की जा सकती है।
  1. सेंटर फॉर डेवलपमेंट टेलीमैटिक्स ने 2017 में मोबाइल फोन ट्रैकिंग प्रोजेक्ट 'सेंट्रल इक्यूपमेंट आइडेंटीटी रजिस्टर (CEIR)' पर काम शुरू किया था।
  1. सेंट्रल इक्यूपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) सिस्टम खोए हुए या चोरी हुए फोन की सभी सर्विसेज को ब्लॉक कर देगा। और ऐसा उस स्थिति में भी किया जा सकेगा, जब सिम कार्ड रिमूव कर दिया गया हो या फिर IMEI नंबर भी बदल दिया गया हो।
  1. यह प्रणाली सभी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के IMEI डाटाबेस से कनेक्टेड होगी जो एक सेंट्रल सिस्टम के तौर पर काम करेगी। यह ब्लैकलिस्टेड मोबाइल टर्मिनल्स को शेयर करेगी।

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