श्री रामानुज धाम आश्रम के अधिष्ठाता अनन्त श्री विभूषित स्वामी देवनायकाचार्य समदर्शी महाराज (139 वर्षीय) के सानिध्य में बुधवार से आश्रम पर गीता जयंती महोत्सव के तहत धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। स्वामी जी महाराज ने समस्त जिला व बुंदेलखंड वासियों से गीता जयंती महोत्सव धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त करने की अपील की। स्वामी जी ने धर्म प्रेमीजनों, शिष्यों, अनुयायियों को संबोधित कर कहा कि गीता व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करती हैं तथा जो आदर, सेवाभाव और भक्तिभाव गीता में मिलेगा वह अन्य ग्रन्थों में बहुत होते हुए भी कम है, इसलिए मैंने सब विषयों को हटाकर सभी को गीता में समाहित कर यह व्यवस्था का प्रबंध किया हैं।
प्रतिदिन होगा हवन,पूजन-
आश्रम पर गीता जयंती महोत्सव के तहत बुधवार से शुरू हुआ हवन पूजन का कार्यक्रम 14 दिंसबर को गीता जयंती महोत्सव, पूर्णाहुति हवन, भंडारा तक प्रतिदिन चलेगा। बुधवार को धर्मगुरु पंडित राधाकृष्ण शुक्ला, भागवताचार्य के मार्गदर्शन में पंडित गौरव तिवारी,मुरलीधर शर्मा, आत्माराम दुबे, संजय उपाध्याय, उत्तम पाठक,आशु शर्मा मुरेरा, आकाश शर्मा, ब्रजेश पचौरी, हरिमोहन पांडेय के सहयोग से धार्मिक अनुष्ठान शुरू हुए। प्रथम दिन हुए हवन, पूजन में मोनू राजपूत, झांसी मुख्य यजमान के रूप में शामिल हुए। अन्य यजमानों में कृष्णकांत लिटौरिया, कप्तान राजा, द्वारका प्रसाद दुबे, पुष्पादेवी दुबे ने यज्ञवेदी में आहुतियां दी। धार्मिक कार्यक्रम के संचालन में राजकुमार सिंह चौहान दिल्ली, महेश राय बरुआसागर, पिंटू सेठ गुप्ता बड़ौनी एवं नीतेश वघेल सीतापुर का विशेष योगदान हैं।