Ashish Urmaliya ||Pratinidhi Manthan
महाराष्ट्र-
महाराष्ट्रचुनाव नतीजों में बीजेपी व शिवसेना ने मिलकर बहुमत का आंकड़ा लगभग पार कर ही लिया है।महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 145 सीटों की जरूरत है। यहांबीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन कर रखा है और दोनों के गठबंधन को रुझानों के आधार पर करीब160 से ज्यादा सीटें मिलने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। यहां 100 के कुछ ज्यादासीटें बीजेपी को मिल रही हैं। और 50 से कुछ अधिक शिवसेना को। सूत्रों के हवाले से खबरआ रही है कि, इस बार शिवसेना के दिमाग में सत्ता को लेकर कुछ और ही चल रहा है। वह50-50 की तर्ज पर सरकार बनाना चाहती है। मतलब ढाई साल बीजेपी का मुख्य मंत्री रहेगाऔर बाकी के ढाई साल शिवसेना का। और अंत में यही होने की अधिकतर संभावनाएं भी दिख रहीहैं क्योंकि बीजेपी और शिवसेना मिल कर सरकार नहीं बना पाएंगे तो फिर राज्य राष्ट्रपतिशाशन लगने की स्थिति में आ जायेगा। क्योंकि बीजेपी Nationalist Congress Party (एनसीपी)और Indian National Congress (कांग्रेस) से समर्थन तो लेगी नहीं और वैसे भी इन दोनोंका पहले से ही गठबंधन है।
हरियाणा-
हरियाणामें बीजीपी ने अकेले चुनाव लड़ा था बिना किसी गठबंधन के, वहां हल्का मामला बिगड़ चुकाहै। बीजेपी बहुमत के आंकड़े से दूर है, यहां सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को46 सीटों की जरूरत होती है। और यहां रुझानों के अनुसार, बीजेपी को कुल 36-37 सीटेंमिलती दिखाई दे रही हैं। यहां कुछ अलग ही समीकरण बनता दिखाई दे रहा है।
दरअसल,हरियाणा में राजनीतिक रूप से सबसे दमदार माने जाने वाले परिवार के वारिस दुष्यंत चौटालाकी पार्टी जननायक जनता पार्टी(JJP) ने इस बार के चुनाव नतीजों का नक्शा ही बदल दियाहै। उनकी पार्टी इस बार 10 से ऊपर सीटें लाने जा रही है। सभी राजनीतिक पंडितों के समीकरणोंको हिला कर रख दिया है। रुझानों के मुताबिक, कांग्रेस को उतनी सीटों के करीब पहुंचतीनहीं दिखाई दे रही है कि वह दुष्यंत की पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना ले। लेकिन हां,बीजेपी को अगर दुष्यंत का साथ मिल जाता है तो सरकार आसानी से बन जाएगी बन जाएगी। लेकिनइस साथ के बदले दुष्यंत बीजेपी से डिप्टी सीएम का पद मांग सकते हैं। वैसे इसमें भीबीजेपी का कोई ख़ास नुकसान होता नहीं दिख रहा।
बतादें दुष्यंत हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पोते हैं। ओमप्रकाश चौटालाके दो बेटे थे- अजय चौटाला और अभय चौटाला।
अजयचौटाला के बेटे हैं- दुष्यंत। पहले ये सभी ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनललोक दल(INLD) में हुआ करते थे। लेकिन भाइयों के बीच पड़ी राजनैतिक और पारिवारिक खललके चलते दुष्यंत को पार्टी से निकाल दिया गया या कह लें उन्होंने ही छोड़ दी। और फिरउन्होंने एक नई पार्टी का गठन किया, यही JJP, जिसने चुनावी नतीजों के बाद दिल्ली तकतहलका मचा रखा है। बता दें, दुष्यंत ने इस पार्टी का गठन 2018 में ही किया था।
वह सब तो ठीक है, बीजेपी सरकारबना ही लेगी। लेकिन गौर करने वाली बात यह है, कि पिछले चुनावोंकी तुलना में हर जगह बीजेपी की सीटों में कमी आई है। इन चुनावों से जो कहा जा रहा थाकि ये चुनाव मोदी सरकार 0.2 के बाद उनकी पहली परीक्षा हैं, तो यह मानना होगा कि इसपरीक्षा में बीजेपी पास तो हुई लेकिन ग्रेस लगकर।