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दुनिया के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में 7 भारत के, दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश

Manthan

दुनिया के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में 7 भारत के, दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश               

Ashish Urmaliya | The CEO Magazine

आज पूरी दुनिया प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है। लेकिन इसका सबसे बड़ा कुप्रभाव भारत में देखने को मिल रहा है। आज बांग्लादेश और पकिस्तान के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश है। दुनिया के टॉप 50 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में भारत के 25 शहर शामिल हैं और टॉप 30 में 22'। इस प्रदूषण का ठीकरा हम विकास पर नहीं फोड़ सकते। क्योंकि अगर विकास की वजह से प्रदूषण फैल रहा होता तो, अमेरिका और जापान जैसे देश सबसे प्रदूषण की लिस्ट में टॉप पर होते। बांग्लादेश, पकिस्तान जैसे नहीं। हैरत की बात तो ये है कि, अमेरिका का नाम टॉप 50 प्रदूषित देशों की सूची में भी नहीं है।

यह खास रिपोर्ट, एयर विजुअल और ग्रीनपीस द्वारा तैयार की गई है। वायु प्रदूषण की इस रिपोर्ट में वर्ष 2018 के 12 महीनों में दुनिया के 73 देशों के 3095 शहरों में वायु गुणवत्ता की रिपोर्ट का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। इसमें बताया गया है कि, एनसीआर (NCR) का इलाका दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित है। दुनिया के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में से 5 शहर ऐसे हैं, जो भारत की राजधानी दिल्ली के आस-पास के, मतलब एनसीआर क्षेत्र में आते है। रिपोर्ट में एनसीआर के प्रमुख औद्योगिक शहर गुड़गांव को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है।

तो आइये नजर डालते हैं दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट पर-

टॉप-50 में भारत-चीन बराबर, लेकिन टॉप-100 में चीन भारत से बहुत पीछे

रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वर्ष की अपेक्षा चीन में वायु प्रदूषण की स्थिति में काफी सुधार आया है। अगर टॉप 50 शहरों की बात करें तो, भारत और चीन लगभग बराबर हैं। जिसमें भारत के 25 और चीन के 22 शहर शामिल हैं। गौर करने वाली बात तो ये है कि, टॉप 50 की इस लिस्ट में सिर्फ एशिया के चार देशों के शरह ही शामिल हैं। जो भारत के पड़ोसी देश हैं। चीन का अलावा पकिस्तान के 2 शहर और बांग्लादेश का 1।

'दिल्ली' दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी

रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी है। इसके बाद बांग्लादेश की राजधानी ढाका दुसरे नंबर पर और अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तीसरे नंबर पर है।

इसी के साथ, आइये एक नजर डाल लेते हैं 2018 के दुनिया के सबसे प्रदूषित देशों की सूची पर। जिसमें हमारा भारत तीसरे स्थान पर काबिज है। 

साल भर में हो जाती हैं लगभग 70 लाख मौतें

एयर विजुअल और ग्रीनपीस की इस रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदूषण के चलते दुनिया भर में प्रतिवर्ष लगभग 70 लाख लोगों की मौतें असमय हो रही हैं। दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी इसका भारी दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है। मौतों का यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है, जो एक गहरी चिंता का विषय है। प्रदूषण की वजह से होने वाली मौतों के चलते दुनिया को करीब 15859 अरब रूपए का श्रमिक नुकसान हो रहा है। इसके अलावा, 1000 अरब डॉलर से अधिक रूपए सिर्फ इसकी दवाओं पर खर्च हो जाते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, क्या हैं प्रदूषण के मुख्य कारण

वायु प्रदुषण का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन है। जंगलों में लग रही आग, पेड़ों की लगातार हो रही कटाई के चलते पूरी पृथ्वी वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है। साथ ही, ग्लोबल वार्मिंग और कोयले का ईधन के रूप में उपयोग होना भी वायु प्रदूषण के कारणों में शामिल हैं।

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