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पुरुषों से ज्यादा धूम्रपान कर रही हैं महिलाएं: WHO रिपोर्ट

Lubna

Ashish Urmaliya ||Pratinidhi Manthan

जैसेहर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों को पीछे छोड़ रही हैं वैसे ही स्मोकिंग के मामले मेंभी महिलाओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन(WHO) की2019 की सर्वे रिपोर्ट में खुलासा हुआ है, कि दुनियाभर में महिलाएं पुरुषों से ज्यादास्मोकिंग करने लगी हैं। WHO ने ये भी माना है, कि दुनिया के इतिहास में ऐसे आंकड़े पहलीबार सामने आए हैं जब स्मोकिंग जैसी खतरनाक आदत में पुरुषों की संख्या कम हुई है औरमहिलाओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। 

छोरियों ने छोरों को फिर पछाड़ा-

विश्वस्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस अंधानोम ग्रेबियासिस ने कहा 'हमेशा से ही हमदेखते आ रहे थे कि स्मोकिंग के मामले में पुरुषों की संख्या बढ़ती जा रही थी। लेकिनइस बार के आंकड़े अचंभित करने वाले हैं, विभिन्न देशों से इकठ्ठा किये गए आंकड़ों मेंसामने आया है, कि दुनियाभर की महिलाएं पुरुषों से ज्यादा धूम्रपान करने लगी हैं।' ग्लोबल टोबैको सर्वे (GATS) में लगातार बतायाजा रहा है कि भारत में भी स्मोकिंग के मामले में महिलाएं पुरुषों के बेहद करीब हैं।पता न हो तो बता दें, बीड़ी फूकने के मामले में महिलाएं पहले से ही पुरुषों से आगे हैं।      

पुरुष हों या महिलाएं, ये कोईउपलब्धि नहीं है- 

कौननहीं जनता, कि स्मोकिंग व तंबाकू जैसे उत्पादों के इस्तेमाल से कैंसर जैसी घातक बीमारीहोती है। इसके अलावा इन उत्पादों के इस्तेमाल से दिल की बीमारियां व कई गैर-संक्रामकरोग होते हैं। 

WHOकी ही रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में धूम्रपान की वजह से प्रतिवर्ष लगभग 80 लाखलोगों की मौत हो जाती है। इसके अलावा करीब 12 लाख लोग सिर्फ पैसिव स्मोकिंग की वजहसे मर जाते हैं। मतलब, सिगग्रेट फूकने वाले लोगों के सिर्फ बाजू में खड़े होने का भीबड़ा नुकसान है। अर्थात न खुद फूकें और ना ही फूकने वालों के साथ खड़े हों। ज्यादा सेज्यादा लोगों को इससे बचने के लिए प्रोत्साहित करें।    

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