सोते वक्त गलती से भी मुंह सांस न लें, क्यों? जानिए... 
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सोते वक्त गलती से भी मुंह सांस न लें, क्यों? जानिए...

न्यूट्रिशन एक्सपर्ट पूजा मखीजा ने नाक और मुंह से सांस लेने के पीछे के विज्ञान को समझाया है। साथ ही यह भी बताया कि वजन घटाने के लिए नाक से सांस लेने के तरीके में किस सुधार की जरूरत है।

Ashish Urmaliya

श्वसन क्रिया से हमारे शरीर को ऑक्सीजन(oxygen) प्राप्त होता है और यह हमें कार्बन डाइऑक्साइड(carbon dioxide) छोड़ने में भी मदद करती है। आमतौर पर सांस लेने के लिए हम अपनी नाक का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, नाक बंद होने की स्थिति में लोग मुंह से सांस लेते हैं। लेकिन बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिनकी अपने मुंह से सांस लेने की आदत होती है, खासकर नींद के दौरान। इससे कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जन्म ले सकती हैं।

नाक से सांस लेना न केवल आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए, बल्कि वजन घटाने में सहायता होता है। पोषण विशेषज्ञ पूजा मखीजा(Nutritionist Pooja Makhija) ने नाक और मुंह से सांस लेने के पीछे के विज्ञान और वजन घटाने के लिए नाक से सांस लेने के तरीके में सुधार करने की टिप साझा की है। इसके लिए उन्होंने इंस्टाग्राम(Instagram) का सहारा लिया।

न्यूट्रिशनिस्ट(Nutritionist) ने कहा, "हमारे स्वायत्त तंत्रिका तंत्र (Nervous System) की दो मुख्य शाखाएँ हैं - सहानुभूति और परानुकंपी (Sympathetic and Parasympathetic)। सहानुभूति शाखा हमारी 'कार्य क्षमता' के लिए जिम्मेदार होती है, जबकि पैरासिम्पेथेटिक(Parasympathetic) शाखा 'आराम और पाचन, प्रवृत्ति और मित्रता' प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार होती है। मूल रूप से सहानुभूति शाखा आपको गर्मी देती है और दिनभर के कार्य के लिए तैयार करती है और पैरासिम्पेथेटिक (Parasympathetic) शाखा ब्रेक लगाती है और आपके शरीर को ठंडा कर देती है।"

उन्होंने आगे कहा, "मुंह से सांस लेना आपके शरीर को एक सहानुभूतिपूर्ण स्थिति (Sympathetic State) की ओर ले जाता है, जबकि नाक से सांस लेना पैरासिम्पेथेटिक (Parasympathetic) प्रतिक्रिया को सक्रिय करता है। यदि शरीर पुराने तनाव और सांस लेने में तकलीफ के कारण इस स्थिति में फंस गया है, तो यह आपके द्वारा किए जा रहे सभी High-intensity workout (HIIT) वर्कआउट(workout) के बावजूद भी प्रभावी रूप से ऊतक का पुनर्निर्माण नहीं करेगा।"

वजन घटाने के लिए नाक से सांस लेना कैसे जरूरी है, इसे साझा करते हुए मखीजा ने कहा, "चूंकि इस रिकवरी प्रक्रिया का एक बड़ा हिस्सा सोते समय होता है, इसलिए नाक से सांस लेना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो आपके तंत्रिका तंत्र की स्थिति को 'आराम और पाचन' मोड में बदल देता है। यही कारण है कि वजन घटाने के लिए नाक से सांस लेना बहुत जरूरी है।"

आगे उन्होंने नाक से सांस लेने की तकनीक में सुधार के तरीके भी बताए। उन्होंने कहा "जाहिर है, हम मौखिक श्वास पर तभी स्विच करते हैं जब हमारा नासिका मार्ग अवरुद्ध हो जाता है यानि सर्दी जुक़ाम की स्थिति में बंद हो जाता है।

अच्छी गुणवत्ता वाले विटामिन सी सप्लीमेंट(vitamin c supplement) (और खाद्य पदार्थ), करक्यूमिन(curcumin) (साइनस ब्लॉकेज(sinus blockage) को खोलता है), जिंक युक्त खाद्य पदार्थ और सप्लीमेंट वास्तव में नाक से सांस लेने की प्रक्रिया में सुधार करने में मदद कर सकते हैं (बेशक, यह प्रमुख कारण है और विचलित सेप्टम नहीं है)। सटीक खुराक की जानकरी के लिए अपने पोषण विशेषज्ञ से बात करें।"

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