एक आधार कार्ड से अधिकतम 9 मोबाइल नंबर जोड़े जा सकते हैं, अभी कितने जुड़े हुए हैं ऐसे जानिए... 
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एक आधार कार्ड से अधिकतम 9 मोबाइल नंबर जोड़े जा सकते हैं, अभी कितने जुड़े हुए हैं ऐसे जानिए...

दूरसंचार विभाग ने एक नया पोर्टल लॉन्च किया है जिसका काम सुरक्षा प्रदान करने का करना है, इस पोर्टल के माध्यम से आप उन मोबाइल नंबरों की रिपोर्ट कर सकते हैं जिनका उपयोग अब आप नहीं करते हैं या फिर जिन नंबरों को आप पहचानते ही नहीं हैं ताकि धोखाधड़ी को रोका जा सके।

Ashish Urmaliya

दूरसंचार विभाग(Department of Telecommunications(DoT)) ने हाल ही में एक नया वेब पोर्टल लॉन्च किया है जो यूजर्स को अपने मोबाइल नंबर खासतौर पर उनके नाम पर जारी किए गए नंबरों की जांच करने की सुविधा प्रदान करता है। यह नई पहल, जिसे 'टेलीकॉम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन(Telecom Analytics for Fraud Management and Consumer Protection)(TAFCOP)' नाम दिया गया है, एक पोर्टल है जिसका उपयोग नागरिक अपने पंजीकृत आधार कार्ड के आधार पर जारी किए गए सिम कार्ड की जांच के लिए कर सकते हैं।

दूरसंचार विभाग(Department of Telecommunications(DoT)) के नियमों और विनियमों के अनुसार, एक एकल नागरिक के पास एक आधार कार्ड से अधिकतम 9 मोबाइल नंबर जुड़े हो सकते हैं।

यह पोर्टल सेक्युरिटी(Portal Security) के रूप में काम करता है, क्योंकि इसके जरिए नागरिक उन मोबाइल नंबरों की रिपोर्ट कर सकते हैं जिनका वे अब उपयोग नहीं करते हैं या जिन नंबरों के बारे उन्हें कोई आईडिया ही नहीं हैं। इससे आधार कार्ड से संबंधित सुविधाओं पर किसी भी धोखाधड़ी गतिविधि को रोका जा सकेगा।

इस TAFCOP पोर्टल के 'अबाउट(About)' सेक्शन में जानकारी दी गई है: "दूरसंचार विभाग (DoT) ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं(telecommunication service providers(TSP)) द्वारा ग्राहकों को दूरसंचार संसाधनों का उचित आवंटन सुनिश्चित करने और धोखाधड़ी में कमी सुनिश्चित करने में उनके हितों की रक्षा करने के लिए कई उपाय किए हैं। मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, व्यक्तिगत मोबाइल ग्राहक अपने नाम पर अधिकतम नौ मोबाइल कनेक्शन पंजीकृत कर सकते हैं।

पोर्टल यह भी कहता है कि “इस वेबसाइट को ग्राहकों की मदद करने, उनके नाम पर चल रहे मोबाइल कनेक्शनों की संख्या की जांच करने और उनके अतिरिक्त मोबाइल कनेक्शनों को नियमित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए विकसित किया गया है। हालांकि, ग्राहक अधिग्रहण फॉर्म 'Customer Acquisition Form (CAF)' को संभालने की प्राथमिक जिम्मेदारी सेवा प्रदाताओं की होती है।

यहां हम आपको स्टेप बाई स्टेप वह तरीका बताने जा रहे हैं जिससे आप आधार कार्ड से पंजीकृत मोबाइल नंबरों को देखने और सत्यापित करने के लिए कैसे जांच कर सकते हैं:

स्टेप- 1: TAFCOP की वेबसाइट https://tafcop.dgtelecom.gov.in/ पर जाएं।

स्टेप- 2: अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और अनुरोध OTP (वन-टाइम पासवर्ड) पर क्लिक करें।

स्टेप- 3: फिर दूरसंचार विभाग आपको SMS के माध्यम से मोबाइल नंबर पर OTP भेजेगा ताकि आप खुद को सत्यापित कर सकें और पोर्टल में साइन इन कर सकें।

स्टेप- 4: पोर्टल में साइन इन करें।

स्टेप- 5: आपको एक नए पेज पर भेजा जाएगा जहां आप उन सभी विभिन्न मोबाइल नंबरों को देख सकते हैं जो आपके विशिष्ट आधार कार्ड से जुड़े हुए हैं। यदि आपको ऐसे नंबर दिखाई देते हैं जिन्हें आप नहीं पहचानते हैं या अब आपके द्वारा उपयोग नहीं किए जा रहे हैं, तो आप उनकी रिपोर्ट कर सकते हैं ताकि उन्हें आपके आधार कार्ड से हटाया जा सके।

पिछले कुछ महीनों में, आधार जारी करने वाले प्राधिकरण, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने कार्डधारकों के लिए आधार से संबंधित सेवाओं को संभालने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।

इन अपडेट में कार्ड धारक के लिए मोबाइल नंबर सहित आधार कार्ड पर कुछ जानकारी अपडेट करना आसान बनाना शामिल है। हाल के बदलावों के साथ, इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक (Indian Post Payments Bank (IPPB)) अब इसे आपके लिए भी अपडेट कर सकता है।

आईपीपीबी(IPPB) ने घोषणा की है कि यह ग्राहक के दरवाजे पर डाकिया के माध्यम से आधार में पंजीकृत फोन नंबर को अपडेट करने के लिए लॉन्च सेवा है। आईपीपीबी(IPPB) यह काम यूआईडीएआई(UIDAI) के रजिस्ट्रार के तौर पर कर रहा है।

दोनों संस्थाओं ने इस अनूठी और प्रभावी सेवा की पेशकश करने के लिए पार्टनरशिप की है जो डाकियों को आपके दरवाजे पर अद्यतन प्रक्रिया का संचालन करने में सक्षम बनाएगी। आईपीपीबी ने कहा कि यह सेवा लगभग 650 इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) शाखाओं और 146,000 डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों (GDS) के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी।

मंत्रालय द्वारा दिए गए एक बयान के अनुसार, संस्थाओं ने डाकियों को इसे करने के लिए पर्याप्त तकनीक और हार्डवेयर प्रदान किया है। इसमें वे स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक उपकरणों का उपयोग करेंगे।

वर्तमान में, डाक सेवा केवल आधार के लिए नंबरों को अपडेट करने में मदद कर रही है, जल्द ही वह परिवारों को अपने बच्चों को आधार कार्ड के लिए नामांकित करने में मदद करना शुरू कर देंगे।

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